Sunday, September 25, 2011

हम तो ऐसे हें

हम तो ऐसे हें

समझ में आये सो करलो
हम तो ऐसे हें

चाहो ठुकराओ
या बाहों में समालो तुम
हम तो ऐसे हें

पथरीले ये मार्ग हें
ठोकर तो लगेगी ही
हमें ये रोक ना पाए
हम तो ऐसे हें

मुह्देखी करना ये
मेरी नहीं फितरत
व्यवहारिक जो जाये
हाजिर है बो बाइज्जत
हम तो ऐसे हें

न तोलो तुम जमाने से
किसे फुर्सत कमाने से
तुम चाहे तो मर जाओ
रहे बो काम आने से
न नापो मेरी सीमाएं
हमतो ऐसे हें

हम ना नपते तुलते हें
अपने मग पर चलते हें
न शिकवे और से करते
ना किसी को छलते हें
सबको खोलकर दिखलायें
कैसा है हमारा मन
हमतो ऐसे हें

ना रोके से रुकेंगे हम
कुछ करलो झुकें ना हम
अपनी पै जो आजायें
कुछ भी कर गुजरेगे हम
हमें जो रोक भी पाए
कहाँ इस दौर में है दम
उसूलों पर टिकी बुर्जें
हम तो ऐसे हें

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