jaipur, friday,१३ nov २०१५, ८.41 am
मुद्दतों से वेगाना
ये आत्मा मेरा
अबतक रहा अन्जाना
ये आत्मा मेरा
नये जनम लेता रहा मैं
नई माँ की कोख से
क्यों याद ना आया कभी
ये आत्मा मेरा
मुद्दतों से वेगाना
ये आत्मा मेरा
अबतक रहा अन्जाना
ये आत्मा मेरा
नये जनम लेता रहा मैं
नई माँ की कोख से
क्यों याद ना आया कभी
ये आत्मा मेरा
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