काम और सफलता की धीमी रफ़्तार से निराश होकर ठहर ही मत जाइए , इसी रफ़्तार से चलते हुए यह दुनिया आज यहाँ तक आ पहुँची है .
- हाँ ! एक - एक ईंट रखकर ही ये इतने सारे महल बने हें .
- एक - एक दाना पैदा करके ही यह करोड़ों टन अनाज पैदा हो जाता है .
- छोटे - छोटे कदम बढ़ाकर ही लोग लम्बी - लम्बी यात्राएं तय कर लेते हें .
- आपसे एक -एक , दो -दो , रूपये बसूल करके सरकार अरबों रूपये इकट्ठा कर लेती है .
- प्रयत्नों में लगे रहिये , सफलता आपके कदम चूमेगी .
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