Sunday, September 1, 2013

कौन कहता है जमाने में , स्वार्थी व् मतलबी हो गए हें लोग

कौन कहता है जमाने में , स्वार्थी व् मतलबी हो गए हें लोग 
(कविता )
- परमात्म प्रकाश भारिल्ल 

अपने बारे में कम , औरों के बारे में अधिक सोचते  हें  लोग 
कौन कहता है जमाने में , स्वार्थी व् मतलबी हो गए हें लोग 

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