-यदि इस तथ्य को स्वीकार कर लिया जाबे क़ि जो होना है वह निश्चित है व एक द्रव्य दूसरे द्रव्य का करता नहीं है तो अनन्त आकुलता व भय तुरंत ही दूर हो जाएगा -
यह अफ़सोस की है गल , या संतोष का आलम
अनहोनी ना कभी होगी,होगा बो,जो होना होगा
डरे ना कोई भी हमसे , हमें भी डर हो काहे का
किसी के चाहे कुछ ना हो,किसीका क्यों बुरा होगा
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