दूसरों की भूल निकालने बाला जहाँ का तहां रहता है ,अपनी भूलें निकालने बाला प्रतिपल आगे बढ़ता जाता है .
दूसरों की भूल निकालने बाला जहाँ का तहां रहता है क्योंकि उसकी भूलें तो सुरक्षित ही रहतीं हें .
अपनी भूलें निकालने बाला प्रतिपल आगे बढ़ता जाता है .
मास्टरजी दूसरों की भूलें निकालते हें और जीवन भर उसी क्लास में बने रहते हें व वे छात्र जिनकी भूलें निकलती हें वे हर साल एक नई क्लास में प्रमोट हो जाते हें .
फायदे में कौन ?
अन्यों की भूलें निकलने वाला समाजसेवक होता है और अपनी भूलें निकलने वाला साधक (तपस्वी)
महान कौन ?
-परमात्म प्रकाश भारिल्ल
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