Wednesday, November 16, 2011

Parmatm Prakash Bharill: कुछ तो विचार कर ! यह कैसी भागीदारी ?

Parmatm Prakash Bharill: कुछ तो विचार कर ! यह कैसी भागीदारी ?: कुछ तो विचार कर ! यह कैसी भागीदारी ? -परमात्म प्रकाश भारिल्ल यह मानव जीवन क्या है ? यह देह और आत्मा की, यानिकि देह की और मेरी एक असमा...

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