Monday, April 30, 2012

Parmatm Prakash Bharill: इस तरह बस दिन गिनते गिनते ही जिन्दगी बीत जाती है प...

Parmatm Prakash Bharill: इस तरह बस दिन गिनते गिनते ही जिन्दगी बीत जाती है प...: पर्वतारोहण और जिन्दगी में एक समानता है - आपके लक्ष्य एक के पीछे एक छुपे ही रहते हें , आप समझते हें क़ि बस इतना ही फासला तो तय करना है औ...

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