Wednesday, July 11, 2012

Parmatm Prakash Bharill: क्या आप संतुष्ट हें ? यदि नहीं तो फिर क्यों नहीं व...

Parmatm Prakash Bharill: क्या आप संतुष्ट हें ? यदि नहीं तो फिर क्यों नहीं व...: भैया ! अब तक जो किया है उसका परिणाम तो सामने है . क्या अब भी यह़ी सब करते रहोगे ? तो जो हो वही बने रहोगे . क्या आप संतुष्ट हें ? यदि नहीं त...

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