Friday, September 23, 2011

Parmatm Prakash Bharill: हमने तो तुम्हारे काम का , पैगाम भेजा है .

Parmatm Prakash Bharill: हमने तो तुम्हारे काम का , पैगाम भेजा है .: हर सुबह हर शाम भेजा है , मैंने इक संदेशा तुम्हारे नाम भेजा है , तुमने न ली सुध आज तक , वे कौनसी मजबूरियाँ , हमने तो तुम्हारे काम का , पैगाम ...

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