Tuesday, December 6, 2011

किसी से माफी मांगकर या किसी को माफ़ करके हम मात्र उसी पर कृपा नहीं करते, यह तो हमारे हित की बात है .


किसी से माफी मांगकर या किसी को माफ़ करके हम मात्र उसी पर कृपा नहीं करते, यह तो हमारे हित की बात है .
किसी से माफी मांगने का मतलब है क़ि हमने जो अपराध किया है या हमसे जो गलती हुई है हम उसकी सजा ,उसका खामियाजा, उसका नुकसान नहीं भुगतना चाहते हें , हम उससे बचना चाहते हें ,इसलिए हम सम्बंधित व्यक्ति से कहते हें क़ि हमें माफ़ करदो .
अब यदि कोई हमें माफ़ कर देता है तो फायदा किसे हुआ ?
उसे या हमें ?
तब माफी मांगकर हमने उस पर क्रपकी या अपना ही हित किया , अपनी स्वार्थ सिद्धि की .
यदि हमने किसी से कर्जा लिया था और अब उसे पैसा चुकाकर उससे माफी मांगते हें इसका मतलब क्या है ?
हम उसे उसका पैसा नहीं देना चाहते हें , यह़ी ?
अब यदि वह हमें माफ़ कर देता है तो फायदा किसका ?
तब क्यों हम माफी मांगने से डरते हें , संकोच करते हें ?


1 comment:

  1. aap ka sochna bilkul theek hai ,mafi mangne me koi sankoch koi dar nahi hona chahiye man me....

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