अब भ्रष्टाचार बेलगाम है , उसकी कोई सीमा नहीं रही .
केंसर के उपचार के लिए रेडियेशन लेना ही पड़ता है , हालांकि रेडियेशन लेना क़ि आनंद द्दायक प्रक्रिया नहीं है ,वह भी अत्यंत कष्टकर ही है पर मौत से तो भला है क़ि कुछ कष्ट भोगलें.
बस यह़ी से लोकपाल का जन्म होता है .
१०० - १२५ करोड़ लोगों को निरंतर परेशान रखते हुए कुछ लाख लोग आखिर कब तक देश और देश बासियों को लूटते रहेंगे ?
अगर १२५ करोड़ लोग तनाव में जी सकते हें तो कुछ लाख और सही , फिर सभी तनाव मुक्त हो जायेंगे .
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