Saturday, March 17, 2012

Parmatm Prakash Bharill: अब तो छल त्याग दे और अपने अस्तित्व को स्वीकार कर ....

Parmatm Prakash Bharill: अब तो छल त्याग दे और अपने अस्तित्व को स्वीकार कर ....: क्या कहता है क़ि "  आत्मा फातमा किसने देखा  " फिर तू कौन है ? क्या यह देह तू है ? जिस दिन मृत्यु हो जाती है तब लोग कहते हें " परमातमजी नहीं...

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