Wednesday, July 11, 2012

Parmatm Prakash Bharill: परिग्रह नामक पाप किसी पर वस्तु में नहीं है , वह तो...

Parmatm Prakash Bharill: परिग्रह नामक पाप किसी पर वस्तु में नहीं है , वह तो...: यदि तेरे पास बाहर से दिखाई देने बाला कोई परिग्रह नहीं है तो जरूरी नहीं है क़ि तू धर्मात्मा ही हो . यह तो पाप के उदय में भी होता है . परिग्र...

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