Wednesday, August 1, 2012

यदि हम अपने लिए महान लक्ष्य निर्धारित करेंगे तो उपलब्धि महान होगी और यदि हमारा लक्ष्य ही हीन होगा तो हमारी उपलब्धि भी हीन ही होगी .

दौड़ के अंत में हम क्या पाते हें यह इस बात पर निर्भर करता है हम कौनसी दौड़ में शामिल थे .
जो जिसके लिए दौड़ता है बो वह पाता है .
यदि हम अपने लिए महान लक्ष्य निर्धारित करेंगे तो उपलब्धि महान होगी और यदि हमारा लक्ष्य ही हीन होगा तो हमारी उपलब्धि भी हीन ही होगी .
हमें कोई अन्य छोटा या बड़ा नहीं बनाता है , हम स्वयं ही हें जो ऐसा करते हें . न तो किसी व्यक्ति को दोष दो और नही परिस्थिति को .
अपना ध्येय ऊँचा रखो , तदनुसार प्रयत्न करो , आपकी उपलब्धियां महान होंगीं .
सभी एक ही मार्ग पर दौड़ते है , एक दूसरे के साथ साथ , एक दूसरे के समानांतर , एक ही गति से , पर सभी की उपलब्धियां अलग-अलग होती हें .
उप्ल्ब्धितों का यह विशाल अंतर इस बात पर निभर करता है क़ि कौन किसके लिए दौड़ रहा था .

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