Friday, June 21, 2013

Parmatm Prakash Bharill: जो बात आज ४७ बर्ष पाहिले मुफ्त में ही समझ में आ गई...

Parmatm Prakash Bharill: जो बात आज ४७ बर्ष पाहिले मुफ्त में ही समझ में आ गई...: उस ५-६ बर्ष की कच्ची उम्र में , जब जीवन की शुरुवात ही हुई थी , मुझे अनायास ही जीवन का मर्म समझ में आग़या था , मेरे मानस पटल पर गहरे से अंक...

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