Saturday, July 13, 2013

यदि मान को संभालेगा तो भय तुझे खा जाएगा .

यदि मान को संभालेगा तो भय तुझे खा जाएगा .
-परमात्म प्रकाश भारिल्ल 

वह क्या है जो आपको शत्रुता दूर करने से रोकता है , मान !
तो तू इस मान को त्याग दे .
यदि मान को संभालेगा तो भय तुझे खा जाएगा .
यदि झूंठे दंम्भ (मान ) को छोड़कर तू शत्रुता दूर कर लेगा तो वह तेरा मित्र बन जाएगा , और मित्र किसी को अपमानित नहीं करते हें , तेरा मान भंग नहीं होगा .

No comments:

Post a Comment