हम दुखी इसलिए नहीं हें कि हमारे पास कुछ है नहीं , दुखी हम इसलिए हें कि हमें कुछ चाहिए है .
- परमात्म प्रकाश भारिल्ल
- परमात्म प्रकाश भारिल्ल
इस चाहत को छोड़कर तो देख !
एक दिन के लिए , एक पल के लिए .
जिस दिन छोड़ेगा , जिस पल चाहत का त्याग करेगा , उस दिन और उस पल तुझसे बड़ा सुखी कोई नहीं होगा .
तब फिर हमेशा के लिए ही क्यों नहीं ?
क्या तुझे हमेशा के लिए सुखी नहीं होना है ?
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