Wednesday, July 24, 2013

हम दुखी इसलिए नहीं हें कि हमारे पास कुछ है नहीं , दुखी हम इसलिए हें कि हमें कुछ चाहिए है .

हम दुखी इसलिए नहीं हें कि हमारे पास कुछ है नहीं , दुखी हम इसलिए हें कि हमें कुछ चाहिए है . 
- परमात्म प्रकाश भारिल्ल 

इस चाहत को छोड़कर तो देख !

एक दिन के लिए , एक पल के लिए . 

जिस दिन छोड़ेगा , जिस पल चाहत का त्याग करेगा , उस दिन और उस पल तुझसे बड़ा सुखी कोई नहीं होगा . 

तब फिर हमेशा के लिए ही क्यों नहीं ?

क्या तुझे हमेशा के लिए सुखी नहीं होना है ?

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