Friday, March 17, 2023



अरे जगत की फ़ूडचैन में सब हें इकदूजे के भक्षक 
यहाँ किसी की कौन सुनेगा 
कौन बनेगा किसका रक्षक 

लाठी वाले की भेंस यहाँ पर 
बस ऐसा ही न्याय मिलता है 
है कौन यहाँ जो हरिश्चन्द्र के 
पावनपदचिन्हों पर चलता है 

जोड़तोड़ के गणित निराले 
दो चार मिले बारह 


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