Sunday, November 27, 2011

Parmatm Prakash Bharill: राग-द्वेष आत्मा में ही पैदा होते हें तो फिर आत्मा ...

Parmatm Prakash Bharill: राग-द्वेष आत्मा में ही पैदा होते हें तो फिर आत्मा ...: राग-द्वेष आत्मा में ही पैदा होते हें तो फिर आत्मा उनका कर्ता क्यों नहीं है ? जिस प्रकार हमारे अन्य अंगों की ही तरह केंसर भी हमारे शरीर मे...

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