Thursday, July 19, 2012

जिस बगीचे का माली सजग होता है वह बगीचा मेंटेन रहता है सभी उसकी ओर आकर्षित होते हें , जहाँ का माली लापरवाह या आलसी होता है वह बगीचा जंगल में बदल जाता है . हमारा व्यक्तित्व भी एक बगीचा है . हम चाहें तो अपने व्यक्तित्व में सद्गुणों का बीजारोपण करें , उनकी सुरक्षा करें , उन्हें विकसित करें और दुर्गुणों की खरपतवार को पनपने ही न दें .

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जिस बगीचे का माली सजग होता है वह बगीचा मेंटेन रहता है सभी उसकी ओर आकर्षित होते हें , जहाँ का माली लापरवाह या आलसी होता है वह बगीचा जंगल में बदल जाता है .
हमारा व्यक्तित्व भी एक बगीचा है .
हम चाहें तो अपने व्यक्तित्व में सद्गुणों का बीजारोपण करें , उनकी सुरक्षा करें , उन्हें विकसित करें और दुर्गुणों की खरपतवार को पनपने ही न दें .

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