Wednesday, August 15, 2012

-------------जो साहित्य प्रकाश न बिखेरे , मार्गदर्शन न करे , सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा न दे---------------------वह साहित्य साहित्य नहीं , साहित्य के नाम पर कलंक है.


 --------------जो साहित्य प्रकाश न बिखेरे , मार्गदर्शन न करे , सन्मार्ग पर चलने की प्रेरणा न दे---------------------वह साहित्य साहित्य नहीं , साहित्य के नाम पर कलंक है.
-Dr . Bharill

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