Tuesday, August 14, 2012

Parmatm Prakash Bharill: मैंने जीने के लिए कम और मौत से बचने के लिए ज्यादा ...

Parmatm Prakash Bharill: मैंने जीने के लिए कम और मौत से बचने के लिए ज्यादा ...: तो लो ! आखिर जीवन का यह अंतिम दिन आ ही गया .------------------ मुझे जीवन का इतना भरोसा था ही कब : जितना मैं मौत के प्रति आश्वस्त था .------...

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