Friday, August 24, 2012

अरे ! तप तो सर्वोत्तम धर्म है , तप तो आनंद है , सुख है . धर्म साक्षात सुख है , तत्काल सुख , आज धर्म करो तो कल सुख मिलेगा ऐसा नहीं है .-----------------जो कहते हें क़ि " घर छोड़ कर देख , कपडे खोलकर देख , उपवास करके देख , पता लगेगा , नानी याद आयेगी " ; वे सचमुच कष्ट में लगते हें .-----------------उन तपस्वियों की शरण में जा ! जो आनंद में मग्न हें , तब तुझे तप का स्वरूप समझ में आयेगा , तप तेरे जीवन में आयेगा और तेरा कल्याण होगा .

अरे ! तप तो सर्वोत्तम धर्म है , तप तो आनंद है , सुख है .
धर्म साक्षात सुख है , तत्काल सुख , आज धर्म करो तो कल सुख मिलेगा ऐसा नहीं है .-----------------जो कहते हें क़ि " घर छोड़ कर देख , कपडे खोलकर देख , उपवास करके देख , पता लगेगा , नानी याद आयेगी " ; वे सचमुच कष्ट में लगते हें .-----------------उन तपस्वियों की शरण में जा ! जो आनंद में मग्न हें , तब तुझे तप का स्वरूप समझ में आयेगा , तप तेरे जीवन में आयेगा और तेरा कल्याण होगा .




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