आप कहते हें क़ि " मैं भ्रष्ट नहीं हूं "
स्वीकार है ( हालांकि हमारे किसी कथन को आप इतनी आसानी से स्वीकार नहीं करेंगे ) .
पर इससे क्या फर्क पड़ता है क़ि आप अकेले भ्रष्ट नहीं हें ?
अगर मात्र आपका कुत्ता भी भ्रष्ट है तो हमें तो उसका भोग बनना ही होगा .--------------------------
pls click on link bellow ( blue letters ) to read full ( & related poem ) -
http://www.facebook.com/pages/Parmatmprakash-Bharill/273760269317272
स्वीकार है ( हालांकि हमारे किसी कथन को आप इतनी आसानी से स्वीकार नहीं करेंगे ) .
पर इससे क्या फर्क पड़ता है क़ि आप अकेले भ्रष्ट नहीं हें ?
अगर मात्र आपका कुत्ता भी भ्रष्ट है तो हमें तो उसका भोग बनना ही होगा .--------------------------
pls click on link bellow ( blue letters ) to read full ( & related poem ) -
http://www.facebook.com/pages/Parmatmprakash-Bharill/273760269317272
No comments:
Post a Comment