Thursday, August 2, 2012

Parmatm Prakash Bharill: आप कहते हें क़ि " मैं भ्रष्ट नहीं हूं " स्वीकार है...

Parmatm Prakash Bharill: आप कहते हें क़ि " मैं भ्रष्ट नहीं हूं " स्वीकार है...: आप कहते हें क़ि " मैं भ्रष्ट नहीं हूं " स्वीकार है ( हालांकि हमारे किसी कथन को आप इतनी आसानी से स्वीकार नहीं करेंगे ) . पर इससे क्या फर्क ...

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