Wednesday, September 19, 2012

सबका उद्देश्य है प्रयोजन की सिद्धी ; काम होना चाहिए .

सबका उद्देश्य है प्रयोजन की सिद्धी ; काम होना चाहिए .
काम के ढंग के बारे में यदि दो लोगों के बीच मतभेद हें तो सही क्या है इस बात का फैसला करने का इससे उत्तम कोई उपाय नहीं क़ि प्रयोग करके देख लिया जाबे .
दोनों ही लोग अपने -अपने तरीके से काम करें और जिसके रिजल्ट बेहतर होंगे वह विधि स्वीकार करने में किसी को कोई परेशानी होने का प्रश्न ही नहीं उठता है .
यदि चर्चा से बात नहीं बनती है तो चर्चा बंद .
काम शुरू .
काम सम्पन्न हुआ तो किसी को कोई गिला शिकवा नहीं रहेगा क़ि कौन सही था और कौन गलत ,पर यदि सफलता न मिली तो सभी संकट में हें , सब आपस में उलझे रहेंगे .


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