Saturday, September 14, 2013

Parmatm Prakash Bharill: तो अब क्या मूर्ख ( अज्ञानी ) ही बने रहना है ?

Parmatm Prakash Bharill: तो अब क्या मूर्ख ( अज्ञानी ) ही बने रहना है ?: तेरा ज्ञान सीमित है  ( अधूरे ज्ञान को अज्ञान ही कहते हें , कोई अधूरे डाक्टर से अपना आपरेशन नहीं करबाता है ) अब सीखना तुझे स्वीकार नह...

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