Friday, April 4, 2014

स्वतंत्रता मात्र आदर्श नहीं है , महत्वपूर्ण यह है कि वह कथित स्वतंत्रता हमें किस तरह से प्रभावित करती है , हमें क्या देती है ?

स्वतंत्रता मात्र आदर्श नहीं है , महत्वपूर्ण यह है कि वह कथित स्वतंत्रता हमें किस तरह से प्रभावित करती है , हमें क्या देती है ?
क्या हम उस स्वतंत्रता का उपयोग करने के लिए तैयार और सज्जित हें ?
हमें अपनी स्वतंत्रता बनाये और बचाये रखने का उपक्रम भी करना होगा। 

एक दिन आता जब चिड़िया के बच्चों को घोंसला कैदखाने सा दिखने लगता है , 
अपनी ही माँ का स्नेहयुक्त सतर्क संरक्षण उन्हें बंधन सा लगने लगता है , 
उसके मार्गदर्शक निर्देश उन्हें खिटपिट सी महसूस होने लगते है ,
अब उनमें अनंत आकाश में उड़ने की ख्वाहिश जाग्रत होने लगती है 
ख्वाहिश अधीरता में बदलने लगती है 
अब उनके व्यवहार में व्यग्रता व्यक्त होने लगती है 
अब उन्हें और बंधन नहीं चाहिए , अब उनके पास और निर्देश सुनने का अवकाश नहीं , अबतो उन्हें खुले आकाश में उड़ जाना है.

वे नहीं जानते हें कि खुले आकाश में स्व्तंत्रता तो है , पर वह स्व्तंत्रता है जो उनके किसी काम की नहीं। 
अनंत आकाश में उड़ने की स्व्तंत्रता तो है पर उन्हें अनंत तक उड़ने की आवश्यक्ता ही क्या है , आज तक तो कोई अनंत तक उड़ा नहीं है। 
एक सीमित दायरे में ही सभी की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति हो ही जाती है। 

अनंत तक उड़ने की स्वतंत्रता asset कम liability ज्यादा है क्योंकि अनन्त तक उड़ने का अवसर तो कभी आयेगा या नहीं आयेगा पर अनंत खतरों से सुरक्षा हर दिन करनी पड़ेगी , हर पल करनी पड़ेगी , हर कदम पर करनी पड़ेगी।यदि घोंसले में रहते तो सिर्फ घोंसले की सुरक्षा करलो और हम सुरक्षित हें। 
घर बैठे भोजन तो मिलता ही है और प्यार दुलार मिलता है सो अलग। 
खुले आकाश में तो चारों ओर से खतरे हें और हर पल आप खतरे में ही हें , आप २४ घंटे चौकन्ने बने रहिये , उस चौकन्नेपन का तनाव भोगिये और कदाचित एक पल के लिए गाफिल हुए और जान गई। 
पल -पल के , हर पल के चौकन्नेपन का कोई प्रतिफल नहीं ( शिवाय इसके कि उस पल आप सुरक्षित बने रहे ) और एक पल की गफलत की सजा ? सजा ऐ मौत। 
अपने भोजन के लिए एक - एक दाना खोजने के लिए जीजान लगा दीजिये तब भी कुछ मिले या न मिले पर हर पल किसी और का भोजन हम् स्वयं बन जाएँ इस बात का खतरा मौजूद बना रहता है। 

जो लोग रहने के लिए विशाल महल बना लेते हें रहते तो वे भी एक ही कक्ष में हें पर सुरक्षा और रखरखाव की व्यबस्था उन्हें पूरे महल की करनी पड़ती है , अब सोचिये उनका महल उनका asset है या liability ?
बस इसी प्रकार यदि आप अपना दायरा बढ़ाते-बढ़ाते अनंत को अपना दायरा बना लेंगे तो आप उपभोग तो करेंगे एक सीमित स्थान का पर सम्भालने की जिम्मेदारी अनन्त की हो जायेगी। 

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