Thursday, June 12, 2014

Parmatm Prakash Bharill: एक बार यदि हमने रिश्तों को तोड़ डाला या उनकी परिभाष...

Parmatm Prakash Bharill: एक बार यदि हमने रिश्तों को तोड़ डाला या उनकी परिभाष...: रिश्ते , रिश्तों की परिभाषाएं और एक दुसरे के प्रति तद्जनित व्यवहार जो हें , जैसी हें उन्हें स्वीकार कर लेने में ही समझदारी है . इनसे खेलना ...

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