"गल्तियाँ" क्या ,क्यों और कैसे ? (12)
उनकी क्षमा की याचिका भी , सहज ही स्वीकार हो
अज्ञान वश हुई भूल के , उपचार का निर्धार हो
जानकर अपराध करता , फिर कहे इसको भूल जा
यह नहीं तेरी सरलता,क्या परिणाम इसका तू बता
No comments:
Post a Comment