Thursday, September 22, 2011

Parmatm Prakash Bharill: भूलों रहित जीवन ये अपना , निर्दोष होना चाहिए

Parmatm Prakash Bharill: भूलों रहित जीवन ये अपना , निर्दोष होना चाहिए: "गल्तियाँ" क्या ,क्यों और कैसे ? (13) माफ़ यदि हो भी जाए , पर गलतियां अधिकार ना जो अधिकार माने कोई तो,हो सके ये स्वीकार ना अफ़सोस का ये बि...

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