Wednesday, September 21, 2011

Parmatm Prakash Bharill: हो जानकर या भूल से , वह नुकसान तो पहुंचाएगी

Parmatm Prakash Bharill: हो जानकर या भूल से , वह नुकसान तो पहुंचाएगी: "गल्तियाँ" क्या ,क्यों और कैसे ? (7) हो जानकर या भूल से , वह नुकसान तो पहुंचाएगी यदि भूल से भी आग छूले , किसको नहीं जलायेगी शर्मिंदगी ...

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