ओह ! झंझावातों (तूफ़ान) से भरा एक और दिन बीत गया .
एक लंबा सा दिन , बहुत लंबा .
लंबा इसलिए क़ि यह दिन सिर्फ दिन ही नहीं वरन कल की पूरी रात ही तो लील (निगल) चुका है .
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