Sunday, January 20, 2013

Parmatm Prakash Bharill: शिष्य-गुरु के सम्बन्ध में यही उचित है कि वे मात्र ...

Parmatm Prakash Bharill: शिष्य-गुरु के सम्बन्ध में यही उचित है कि वे मात्र ...: किसी भी व्यक्ति का  इससे बढ़कर और अन्य क्या दुर्भाग्य हो सकता है जब गुरु और शिष्य दोनों ही एक दूसरे की कजोरियों का पोषण करने लगें . शिष्य...

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