नाराज हो,होता रहे कोई , परबाह किस-किस की करूं
क्या कोई हल करेगा , मैं यदि ना स्वयं की पीड़ा हरूं
मैं सदा पीड़ित रहूँगा , यदि दिनरात उनका चिंतवन
अब छोड़ जग का चिंतवन,मैं स्वयं का चिंतन करूंगा
क्या कोई हल करेगा , मैं यदि ना स्वयं की पीड़ा हरूं
मैं सदा पीड़ित रहूँगा , यदि दिनरात उनका चिंतवन
अब छोड़ जग का चिंतवन,मैं स्वयं का चिंतन करूंगा
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