Tuesday, April 16, 2013

Parmatm Prakash Bharill: आपसी संबाद यूं तो बहुत आसान है यदि इरादे नेक हों ,...

Parmatm Prakash Bharill: आपसी संबाद यूं तो बहुत आसान है यदि इरादे नेक हों ,...: विचारों का मात्र वाणी से ही नहीं होता है , शब्दों के साथ हमारा स्वभाव , व्यक्तित्व , रीति-नीति , वातावरण , माहोल , इरादे और लहजा सभी बोलते ...

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