Wednesday, June 19, 2013

Parmatm Prakash Bharill: कहीं आप इस मुगालते में तो नहीं हें न कि आपने कभी क...

Parmatm Prakash Bharill: कहीं आप इस मुगालते में तो नहीं हें न कि आपने कभी क...: जब आप किसी की भूल , गल्ती , गुस्ताखी या अपराध माफ़ नहीं कर ही नहीं  पा रहे हों , चाहते हुए भी ; और उसे कठोर दंड देने के लिए उद्धत हों , कटि...

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