Wednesday, July 10, 2013

वह (शत्रु) आपको कुछ दे सके या न दे सके पर आपका सुख-चैन छीन सकता है .

वह (शत्रु) आपको कुछ दे सके या न दे सके पर आपका सुख-चैन छीन सकता है .
- परमात्म प्रकाश भारिल्ल 


वह (शत्रु) आपको कुछ दे सके या न दे सके पर आपका सुख-चैन छीन सकता है .
यही उसकी शक्ति है और आपकी कमजोरी , मजबूरी .
हमें अपनी हर कमजोरी की कीमत चुकानी ही पड़ती है.

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