Thursday, July 11, 2013

अरे ! जिस दुनिया के लिए तू मात्र एक महत्वहीन समाचार है तू उस दुनिया के लिए मरा जाता है ?

अरे ! जिस दुनिया के लिए तू मात्र एक महत्वहीन समाचार है तू उस दुनिया के लिए मरा जाता है ?
-परमात्म प्रकाश भारिल्ल 


तेरे जीवन की बड़ी से बड़ी घटना ( या दुर्घटना ) सारी दुनिया के लिए मात्र एक समाचार ( news ) है . एक ऐसा समाचार जिस पर लाखों में से कोई एकाध व्यक्ति एकाध पल के लिए ध्यान दे या न भी दे .
तू समाचार भी मात्र पल भर के लिए है , अगले पल तो तू बासी समाचार बन जाएगा क्योंकि दुनिया में प्रतिपल इतने समाचारों का उत्पादन होता है कि किसी भी समाचार की उम्र कुछ पलों से ज्यादा हो ही नहीं सकती है .
अरे ! जिस दुनिया के लिए तू मात्र एक महत्वहीन समाचार है तू उस दुनिया के लिए मरा जाता है ?
अपने जीवन के सबसे महत्वपूर्ण निर्णय सिर्फ इस बात को ध्यान में रखकर करना चाहता है कि मुहल्ले वाले कपूर साहब क्या सोचेंगे ?
अरे भाई मेरे ! दुनिया में कपूर साहब कोई अकेले ही थोड़े ही हें , दुनिया में तो और भी बहुत लोग हें , अगर तू एक निर्णय लेगा तो कपूर साहब कुछ सोचेंगे और दूसरा निर्णय लेगा तो माथुर साहब कुछ सोचेंगे , अब बतला तू क्या करेगा .
अरे ! कपूर साहब और माथुर साहब सिर्फ तेरे बारे में ही सोचते रहेंगे तो स्वयं अपने बारे में कब सोचेंगे और तू यदि यही सोचता रहेगा कि बे क्या सोचेंगे तो तू अपने ढंग से अपने बारे में कब सोचेगा ? 

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