Saturday, July 6, 2013

हमें तो हर रात ही , बस सबेरा नजर आता है

अन्धकार में हो तुम , तुम्हें अंधेरा नजर आता है
(कविता)
- परमात्म प्रकाश भारिल्ल 

अन्धकार में हो तुम , तुम्हें अंधेरा नजर आता है 
हमें तो हर रात  ही , बस  सबेरा  नजर आता  है 

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