कुछ ऐसे लोग भी होते हें
-परमात्म प्रकाश भारिल्ल
कुछ लोग जहां रहते हें वहीं अपने चारों ओर ,अपने
आसपास शत्रु पैदा कर लेते हें और फिर जीवन भर
उनसे डरते रहते हें , परेशान रहते हें, स्वयं उनसे
उलझे रहते हें और अपने निकटतम लोगों को उलझाए
रहते हें , न तो स्वयं चैन से बैठते हें और न ही उन्हें
बैठने देते हें , सभी पीड़ित बने रहते हें .
-परमात्म प्रकाश भारिल्ल
कुछ लोग जहां रहते हें वहीं अपने चारों ओर ,अपने
आसपास शत्रु पैदा कर लेते हें और फिर जीवन भर
उनसे डरते रहते हें , परेशान रहते हें, स्वयं उनसे
उलझे रहते हें और अपने निकटतम लोगों को उलझाए
रहते हें , न तो स्वयं चैन से बैठते हें और न ही उन्हें
बैठने देते हें , सभी पीड़ित बने रहते हें .
No comments:
Post a Comment