Friday, October 4, 2013

जो लोग कथित तौर पर चमत्कार दिखलाते हें------------------------------

धर्म तो सार्वभौमिक ( global )और सर्वकालिक ( permanent ) होता है , सबके लिए होता है , और सभी के कल्याण के लिए होता है । 

जो लोग कथित तौर पर चमत्कार दिखलाते हें ,

- वे चमत्कार तो symbolic ( प्रतीकात्मक ) होते हें  . 
- वे decorative ( सजाबटी )  होते हें 
- वे temporary (  तात्कालिक ) होते हें 
- वे  local (स्थानीय ) होते हें 
- वे किसी के कोई काम नहीं आते , किसी का कल्याण नहीं करते हें। 

तब बे धर्म कैसे हो सकते हें ?

क्या धर्म सभी के लिए नहीं है ?
क्या धर्म हर स्थान के लिए  नहीं है ?
क्या धर्म हर समय के लिए नहीं है ?
क्या धर्म की क्रिया और फल पर्याप्त मात्रा में , व्यापक और प्रभावशाली नहीं होता है ?

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