Saturday, August 11, 2012

Parmatm Prakash Bharill: कोई यह न समझे क़ि दान देने से हमेशा ही मात्र पुन्य...

यदि आपके दिए गए धन का उपयोग कोई व्यसनों या पाप कार्य में करता है तो आप भी उस पाप कार्य में भागीदार बन जाते हें , इसके विपरीत आपके दिए गए धन का उपयोग यदि उत्कृष्टतम ( best ) काम में होता है तो आपको सर्वोतम ( the best ) पुन्य लाभ होता है .

Parmatm Prakash Bharill: कोई यह न समझे क़ि दान देने से हमेशा ही मात्र पुन्य...: ----------------------------ऐसा तो है नहीं क़ि हमारे पास उपलब्ध पैसा हमें अखर रहा है , परेशान कर रहा है , रखने की जगह नहीं है और संभालने ...

No comments:

Post a Comment