Monday, July 15, 2013

Parmatm Prakash Bharill: उनके दुर्भाग्य की तो हम महिमा ही क्या कहें जो अपने...

Parmatm Prakash Bharill: उनके दुर्भाग्य की तो हम महिमा ही क्या कहें जो अपने...: उनके दुर्भाग्य की तो हम महिमा ही क्या कहें जो अपने निकटतम और प्रियतम लोगों को ही अपना शत्रु बना लेते हें , उनकी रक्षा ( मदद) तो भगवान् भी ...

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